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शेख हसीना के जाने के बाद बांग्लादेश: भारत के लिए इसका क्या मतलब है?

नई दिल्ली को चुनौती का सामना करने में अत्यधिक सावधानी बरतनी होगी
नित्य चक्रवर्ती - 2024-08-07 10:35
भारत आज बांग्लादेश में अभूतपूर्व राजनीतिक उथल-पुथल का सामना कर रहा है, जब पिछले पंद्रह वर्षों से प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना वाजेद को सेना के जनरलों और उनकी अपनी सुरक्षा टीम के सदस्यों ने मात्र 45 मिनट के भीतर देश छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया। वह अब दिल्ली में हैं और राजनीतिक शरण के लिए किसी पश्चिमी देश से हरी झंडी मिलने का इंतजार कर रही हैं।

तेहरान में हमास नेता हनीयेह की हत्या से मध्य पूर्व में युद्ध भड़कने की संभावना

फिलिस्तीनियों द्वारा जवाबी कार्रवाई की तैयारी, गाजा पर युद्धविराम की उम्मीदें धराशायी
नित्य चक्रवर्ती - 2024-08-01 10:49
बुधवार को मध्य पूर्व में अभूतपूर्व उथल-पुथल मच गयी, जब खबर आयी कि तेहरान में सुबह अज्ञात बंदूकधारियों ने उनके आवास में हमास नेता इस्माइल हनीयेह की हत्या कर दी। हालांकि ईरानी सरकार ने कहा कि वे हत्या की जांच कर रहे हैं और इजरायली सरकार ने आधिकारिक तौर पर चुप्पी साधे रखी, लेकिन फिलिस्तीन के नेताओं ने इसे 'विश्वासघाती ज़ायोनी छापा' करार दिया।

जो बाइडेन के स्थान पर राष्ट्रपति पद का दूसरा उम्मीदवार देने में बहुत देर हो चुकी

अगली चुनावी बैठकें उनके भाग्य का फैसला करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगी
कल्याणी शंकर - 2024-07-10 10:16
पिछले सप्ताह 2024 के राष्ट्रपति पद की बहस में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के निराशाजनक प्रदर्शन ने उनकी स्पष्ट थकान, भूलने की बीमारी और भ्रम के कारण चिंताएँ बढ़ा दी हैं। बहस के बाद की अवधि में बाइडेन द्वारा आश्वस्त करने के प्रयासों के बावजूद इसने समर्थकों के बीच अनिश्चितता पैदा हो गयी है। पिछले सप्ताह भी, विस्कॉन्सिन के मैडिसन में एक भाषण के दौरान, उन्होंने शुरू में कहा कि वह "2020 में फिर से डोनाल्ड ट्रम्प को हरायेंगे" और उसके बाद उन्होंने खुद को सुधारते हुए "2024" कहा, जिसने अनिश्चितता को और बढ़ा दिया।

ब्रिटेन में लेबर पार्टी की भारी जीत यूरोप के लिए एक सकारात्मक घटनाक्रम

नये प्रधानमंत्री को आर्थिक संकटों से निपटकर अपनी योग्यता साबित करनी होगी
सात्यकी चक्रवर्ती - 2024-07-06 11:07
जैसा कि अपेक्षित था, लेबर पार्टी ने 4 जुलाई को ब्रिटेन में हुए आम चुनावों में कुल 650 सीटों में से 410 से अधिक सीटों पर कब्जा करके शानदार जीत हासिल की तथा कंजरवेटिव पार्टी को उसके चौदह साल के शासन के बाद सत्ता से बाहर कर दिया गया। टोरीज़ को केवल 119 सीटें मिलीं। लेबर पार्टी के नेता सर कीर स्टारमर नये प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभाल रहे हैं, वे ऋषि सुनक की जगह लेंगे, जिन्होंने पहले ही इस्तीफा दे दिया है।

नेतन्याहू के राजनीतिक भविष्य के लिए निर्णायक समय

बाइडेन की युद्ध विराम योजना से हमास और इज़रायल दोनों पर दबाव
जेम्स एम डोर्सी - 2024-06-10 10:32
आने वाले एक या दो सप्ताह प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के राजनीतिक भाग्य का निर्धारण कर सकते हैं और इज़रायल के गाजा युद्ध के लिए बाइडेन प्रशासन के समर्थन को नया आकार दे सकते हैं। यानी, अगर नेतन्याहू युद्ध कैबिनेट के सदस्य बेनी गैंट्ज़ की इस मांग को पूरा करने में विफल रहते हैं कि प्रधानमंत्री युद्ध के बाद के प्रशासन के लिए एक योजना तैयार करें, तो उनके साथ युद्ध कैबिनेट के सदस्य और इज़राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) के पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ़ गैबी ईसेनकोट भी शामिल हो सकते हैं।

तीन महाद्वीपों में तीन राष्ट्रीय चुनावों ने दिये जीवंत लोकतंत्र के संकेत

दक्षिण अफ्रीका, मैक्सिको और भारत की जनता ने दिये अहम फैसले
नित्य चक्रवर्ती - 2024-06-07 11:50
इस सप्ताह तीन दिनों की अवधि में, तीन बड़े आबादी वाले देशों - दक्षिण अफ्रीका, मैक्सिको और भारत के राष्ट्रीय चुनावों के परिणाम मिले और तीनों ने प्रत्येक देश में जीवंत लोकतंत्र की विजयी यात्रा के संकेत दिये। परिणामों ने दिखाया कि कैसे सतर्क मतदाताओं ने भारत की बहुसंख्यक हिंदू दक्षिणपंथी पार्टी भाजपा को अल्पमत में लाकर दंडित किया, अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस के बहुमत को 40 प्रतिशत तक कम कर दिया और आम लोगों की आजीविका में सुधार के लिए उत्कृष्ट कार्य करने के लिए अपने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को शानदार जीत देकर मैक्सिको के वामपंथी मोरेना गठबंधन को पुरस्कृत किया।

चाबहार बंदरगाह भारत, ईरान और अफ़गानिस्तान के लिए एक रणनीतिक जरूरत

भारत और ईरान ने हाल के महीनों में तालिबान के साथ संबंधों को फिर से जोड़ा
गिरीश लिंगन्ना - 2024-06-01 11:51
भारत आज ईरान में लंबे समय से लंबित चाबहार बंदरगाह परियोजना को पुनर्जीवित करने के लिए काम कर रहा है। 13 मई को, इंडिया पोर्ट्स ग्लोबल लिमिटेड (आईपीजीएल) और ईरान के बंदरगाह और समुद्री संगठन ने 10 साल के समझौते पर हस्ताक्षर किये। यह सौदा भारत को चाबहार बंदरगाह को विकसित करने और संचालित करने की अनुमति देता है।

इलेक्ट्रिक वाहन के लिए महत्वपूर्ण वर्ष होगा 2024

विशाल भारतीय बाजार की उत्साहजनक संभावनाएं
के रवीन्द्रन - 2024-04-08 11:06
वर्ष 2024 इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) क्रांति में एक महत्वपूर्ण क्षण को चिह्नित करने के लिए तैयार है। पर्यावरणीय चिंताओं, सख्त नियमों और तकनीकी प्रगति से प्रेरित, ईवी बाजार में विस्फोटक वृद्धि हो रही है, जिससे वैश्विक स्तर पर परिवहन परिदृश्य बदल रहा है। इस परिवर्तन में सबसे आगे चीन खड़ा है, एक ऐसा देश जिसने रणनीतिक रूप से खुद को ईवी उद्योग में निर्विवाद नेता के रूप में स्थापित किया है।

नेटो 75 वर्ष का हो गया, अब अधिक आक्रामक और विस्तार के लिए तैयार

इस साल यूरोपीय संघ और अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव तय करेंगे इसका भविष्य
सात्यकी चक्रवर्ती - 2024-04-06 10:57
उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नेटो) इस वर्ष 4 अप्रैल को 75 वर्ष का हो गया, जिसने शीत युद्ध और सोवियत काल के बाद के दौर में कई उतार-चढ़ाव वाली यात्रा को चिह्नित किया। जब 1949 में नाटो का गठन हुआ, तो इसके शीत युद्ध समर्थकों ने दावा किया कि इसका मिशन "सोवियत आक्रामकता" को पीछे हटाना होगा, जो कि साम्यवाद-विरोधी झूठ है। यूरोप में तब और अब की तरह वास्तविक विस्तारवादी ताकत अमेरिका थी, जिसने सोवियत संघ को घेरने की अपनी नीति के तहत नेटो की शुरुआत की थी। नेटो का वास्तविक उद्देश्य यूएसएसआर को नष्ट करना था - एक जुनून जिसमें यूएसएसआर हमला करे उससे पहले ही परमाणु युद्ध की योजना भी शामिल थी।

सैन्य उपग्रहों की संख्या को लेकर भारत और चीन के बीच बड़ी प्रतिस्पर्धा

राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए भारत में नई संचार तकनीक अनिवार्य
गिरीश लिंगन्ना - 2024-03-06 11:33
तेजी से जटिल होते सुरक्षा परिदृश्य के बीच, चीन और भारत जैसे देश सहित एशिया के कई अन्य देश सम्पूर्ण क्षेत्र के भीतर सैन्य गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने के लिए अपने उपग्रह नेटवर्क का विस्तार कर रहे हैं।